इसकी पूरी जानकारी वीडियो में दिए हैं......
की-गोम्पा (Kye Gompa)
हिमाचल प्रदेश में स्पीती नदी के किनारे ‘की-गोम्पा’ भगवान बुद्ध का मठ स्थित है। यह मठ मनाली से 200 किलोमीटर और काजा से 12 किलोमीटर की दूरी पर है। यह मठ समुद्र तल से 13,504 फीट की ऊंचाई पर एक शंक्वाकार चट्टान पर निर्मित है। यहाँ एशिया का तीसरा सबसे उंचाई पर स्थित गाँव 'किब्बर' और एक पहाड़ी पर बना 'की मॉनेस्ट्री ' टूरिस्ट के लिए सबसे बड़ा आकर्षण है। 'की मॉनेस्ट्री', ऊँची पहाड़ी पर बना यह किसी धार्मिक स्थल से ज्यादा एक किले सा लगता है. हज़ारों वर्ष पुराना ,स्पीती घाटी का यह सबसे बड़ा मॉनेस्ट्री है. 13,668 फीट की उंचाई पर स्थित इस मॉनेस्ट्री कि स्थापना 1000 AD में हुई थी. दूर से यह घरों का एक गुच्छा सा लगता है. एक के ऊपर एक बने, एक दूसरे से सटे हुए ढेरों घर इस मॉनेस्ट्री को एक अनोखा रूप प्रदान करते हैं. वहाँ से चारों तरफ का दृश्य अनिवर्चनीय था. एक तरफ बर्फ से लदी हिमालय की चोटियाँ ,दूसरी तरफ बहती हुई स्पीती नदी के किनारे फैली विस्तृत घाटी ..."की गाँव' के छोटे छोटे घर और उसके सामने हरे भरे खेत.
यह चाहे कितना भी चौंकाने वाला क्यों न लगे, लेकिन हकीकत यही है कि हिमाचल प्रदेश के गांवों में से लगभग 60 फीसदी गांवों ने अब तक सरकारी बिजली का मुंह नहीं देखा है. गांवों में बिजली नहीं थी, लेकिन Blub, TV, Mobile, Computer, CCTV Camera, Water Heater पहुंच गए है.
यहां का जीवन सामान्य लोगों के लिए मुश्किल है. यहाँ की मुख्य जरुरत है - रात में घर रोशन हो जाये. March से November के समय में हालत सही रहता है, पर November से February के समय काफी मुस्किलो का सामना करना परता है.