घरों में बिजली की खपत दिनों दिन बढती जा रही है। जिन घरो का बिजली बिल बारिश और ठंड के दिनों में 2000 रुपये के लगभग रहता है उन घरो का बिजली का बिल गर्मी के मौसम में 5000 रुपये हो जाता है। ये आप सोच सकते है कि 5000 की बिजली का बिल बहुत ज्यादा होता है। घरो में बहुत सोच समझ कर बिजली खर्च करते हैं। उनके मन में ये बात रहती है कि बिजली का बिल बहुत ही ज्यादा आएगा। इसी के साथ कंही पर मकान मालिक यह भी चाहते है कि बिजली का कनेक्शन ही न रखें। क्या ये सब संभव है। जी हां, ये संभव है सौर उर्जा के साथ। लेकिन सौर ऊर्जा लगाने में कई चुनौतियां हैं, जिसकी वजह से लोग बिजली का बिल भरना पसंद करते हैं।
1 सोलर सिस्टम पर लोन पर न मिलना,
2. सोलर सिस्टम पर नेट मीटर कैसे लगाएं।
सोलर सिस्टम लगाने में उपरोक्त दो चुनौतियां ज्यादातर देखी गईं हैं। हम इन दो समस्याओं के समाधान के बारे में जानेंगे।
क्या सोलर सिस्टम पर लोन मिलेगा?
सोलर सिस्टम कार खरीदने जैसा है। कार खरीदना लोगो का एक सपना होता है। क्या आपको ये पता है कि लोगो का घर, गाड़ी, मोबाइल खरीदने का सपना कैसे पूरा हुआ है। जब से ईएमआई (EMI) का प्रचलन हुआ है सभी लोगों को पता है घर, गाड़ी और मोबाइल सभी लोन पर मिलता है। क्या
आपको पता है सोलर लोन पर कैसे मिलता है?
आज के समय में क्रेडिट कार्ड (Credit Card) होल्डर बहुत ही आसानी से सोलर सिस्टम को ईएमआई पर लगवा लेते है। जिनके पास क्रेडिट कार्ड नहीं है क्या वो लोगो सोलर लगवा सकते हैं। इंडिया में बैंक कार्ड होल्डर अस्सी करोड़ हैं। जिसमे से 30 करोड़ लोगो के पास प्रधानमंत्री जन धन योजना का डेबिट कार्ड है। मात्र पचास लाख मात्र 50 लाख (1%) ऐसे लोग है जिनके पास क्रेडिट कार्ड है। जो सोलर सिस्टम ईएमआई पर लगवा सकते हैं। यानि बैंक उन सभी कार्ड होल्डर के बारें में सोच रहा है जिनके पास डेबिट कार्ड है यानि कि किसी भी बैंक में बैंक अकाउंट है।
दो तरीकों से ले सकते है सोलर पर लोन
तरीका 1- जिनके पास डेबिट कार्ड (एटीएम) है।
कुछ बैंक जैसे कि स्टेट बैंक ऑफ़ इंडिया (SBI), एचडीएफसी बैंक (HDFC), एक्सिस बैंक (Axis Bank), आईसीआईसीआई बैंक (ICICI Bank), कोटक महिंद्रा बैंक (Kotak Mahindra) और फेडरल बैंक (Federal Bank) ने लोन की सुविधा को आसाने के साथ ही लोन एलिजिबिलिटी क्राइटेरिया को चेक करवाने का सरल उपाय किया है। आपको अपने मोबाइल से टेक्सट मैसेज करना है। यदि आपका बैंक एकाउंट एचडीएफसी बैंक में है उसके लिए आपको मैसेज सेंड करना है। DCEMI<SPACE>LAST 4 DIGITS OF DEBIT CARD NUMBER> 56767
इसमें आपको ध्यान रखना है कि आप उसी मोबाइल नंबर से मैसेज करें जो बैकं एकाउंट से लिंक है। थोड़े ही समय में आपके नंबर पर लोन स्टेटस का मैसेज आएगा। यदि आप लोन के लिए एलिजिबल होंगे तो आपके मोबाइल फोन पर मैसेज में आएगा कि आपको कितने एमाउंट तक का लोन मिल सकता है। यदि लोन अप्रूव होने की संभावना की बात करें तो लगभग 0.02 प्रतिशत रहता है। यह बैंक की इंटरनल इनफारमेशन होती है कि किस कार्ड होल्डर को लोन के लिए अप्रूव किया गया है।
यदि आपके पास है इस बैंक का डेबिट कार्ड तो आप ट्राई कर सकते हैं उसी प्रकार दूसरे बैंक के लिए भी यही प्रोसीजर अप्लाई करना होगा
SBI Bank – SMS DCEMI to 567676 from your registered mobile number
ICICI Bank – SMS DCEMI<SPACE><last 4 digits of Debit Card number> to 5676766
Axis Bank - SMS DCEMI<SPACE><last 4 digits of Debit Card number> to 5676782
Kotak Bank - SMS DCEMI<SPACE><last 4 digits of Debit Card number> to 5676788
Federal Bank - SMS DC<SPACE>EMI to 9008915353 or give a missed call to
7812900900
तरीका 2 डायरेक्ट बैंक से लोन पहले तरीकों में बताया गया है वो छोटे सोलर सिस्टम यानि कि एक लाख से नीचे के लिए डायरेक्ट बैंक से लोन का मतलब है कि कुछ बैंक जैसे कि स्टेट बैंक ऑफ़ इंडिया (SBI) घर के लिए लोन (home improvement loan) देता है। इस लोन के तहत बैंक घर बनाने के लिए लोन की सुविधा देता है। जिसका इंट्रेस्ट रेट लगभग आठ प्रतिशत का होता है। लोन की अवधि चार साल से पांच साल के ऊपर होती है।
कस्टमर को होम इंप्रूवमेंट लोन के लिए क्या करना होगा?
इसके लिए आपको आपके नजदीकी एरिया की बैंक शाखा में जाकर होम इन्प्रूवेमेंट लोन के बारे में पता करना होगा। किसी भी प्राइवेट लिमिटेड सोलर कंपनी जैसे कि लूम सोलर के उस एरिया के डीलर या डिस्ट्रीब्यूटर से जितने किलोवाट सोलर पैनल लगाना चाहते हैं उसकी डिटेल कंपनी के लेटरहेड पर बनवाकर बैंक में जमा करना होगा। बैंक सोलर सिस्टम के कुल प्राइस का 80 प्रतिशत लोन सोलर कंपनी के रिटेलेर के बैंक एकाउंट में ट्रांसफर कर देता है। इस प्रोसेस में लगभग 5 से 7 दिनों का समय लग जाता है। अब सोलर कंपनी रिटेलर कस्टमर के घर पर सोलर पैनल लगा देते है और जब कस्टमर सोलर सिस्टम का एनओसी रिटेलर को दे देता है तो बैंक बचा हुआ बीस फीसदी लोन एमाउंट रिटेलर को भेज देता है।
सोलर पैनल लगाने के लिए क्या करना होगा?
जो लोग घरों में सोलर पैनल लगाने का काम सुरु करना चाहते है वो एक प्राइवेट लिमिटेड सोलर कंपनी से जुड़कर वो अपना बिज़नस स्टार्ट कर सकते हैं। इसके लिए उनके पास एक दुकान होनी चाहिए। उनके पास एक उस एरिया का जीएसटी नंबर होना चाहिए। उनके पास लगभग 25000 से एक लाख रुपये तक का इन्वेस्टमेंट होना चाहिए। इसके बाद उनको सोलर कंपनी का डीलर या डिस्ट्रीब्यूटर बना दिया जाता है।
सोलर लगाकर टैक्स बेनिफिट्स कैसे ले?
कुछ ऐसे लोग जो सरकारी या प्राइवेट नौकरी कर रहे है और जिनकी सलाना सैलरी 5 लाख से ज्यादा है वो टैक्स सेविंग के रूप में अपना सोलर सिस्टम लगाकर इसको अपने खर्एच में दिखा सकते हैं। जिससे उनके टैक्स को सरकार के द्वारा माफ किया जाएगा। इस पूरे प्रोसेस के होते हुए कस्टमर को लोन पर सोलर सिस्टम मिल जाता है.
सोलर पर नेट कैसे मिलता है?
नेट मीटर-एक एसा मीटर होता है जो सोलर का प्रोडक्शन ग्रिड का कंजप्शन और नेट कंजप्शन दिखाता है।
नेट मीटर लगाने के लिए क्या करना होगा?
1. घर का लोड चेक करें
यदि आप सोलर लगाना चाहते है तो सबसे पहले अपने घर में लगा हुआ सैनसेक्शन लोड चेक करें।नेट मीटर कम से कम 3 किलोवाट का होना चाहिए। जिनके पास 1 किलोवाट का मीटर है वो सबसे पहले मीटर को 3 किलोवाट का करवा लें। फिर वो अप्रूव्ड मीटर का 80% तक अपने घर में सोलर सिस्टम लगवा सकते हैं।
2. अपने नजदीकी बिजली ऑफिस जायें
आपका बिजली बिल जहा से आता है वहां (इलेक्ट्रिकसिटी आफिस ) पर जाकर पता करना होगा।
3. सोलर सिस्टम लगायें
किसी भी सोलर कंपनी से आपको सोलर सिस्टम खरीदना होगा।
4. नेट मीटर लगायें
सोलर सिस्टम के इंस्टालेशन के बाद ही नेट मीटर लगाया जाता है।
नेट मीटर की पालिसी हर स्टेट की अलग में अलग है। जिसकी जानकारी यहां पर दी गई है।
सारांश
सोलर सिस्टम में तीन सवाल हमेशा रहते हैं। कीमत कितनी होगी, लोन या सब्सिडी मिलेगाी क्या, नेट मीटर कहां से मिलेगा। फरीदाबाद की कंपनी लूम सोलर जो कई कस्टमर के घर पर ग्रिड कनेक्टेड सोलर सिस्टम लोन और नेट मीटर दोनो को साथ लगाती है।