आज रसोई गैस के महंगे होने और नियमित रूप से उपलब्ध न होने के कारण देश में Induction Stove की माँग में काफी तेजी आई है। आज घर हो या कोई बड़ा होटल, इसका इस्तेमाल हर सेगमेंट में खूब हो रहा है।
लोगों में है जागरूकता का अभाव
आज Induction Stove की माँग में भले ही तेजी देखी जा रही हो, लेकिन लोगों को इसका सही अंदाजा अभी तक नहीं हुआ है कि वास्तव में इसे चलाने के लिए कितनी बिजली (Power Consumption) की जरूरत पड़ती है। वहीं, देश के जिन हिस्सों में अभी तक बिजली नहीं पहुँची है या नियमित रूप से बिजली नहीं रहती है, वहाँ के लिए इसे खरीदने के बारे में सोच भी नहीं सकते हैं लेकिन आज का हमारा यह लेख उनकी इन्हीं परेशानियों को दूर करने को लेकर है -
सबसे पहली बात क्या आती है लोगों के दिमाग में
आज इंडक्शन, एसी या गीजर खरीदने के दौरान लोगों के दिमाग में सबसे पहली बात यही आती है कि यदि वे इसे लगाएंगे, तो हर महीने बिजली बिल कितना आएगा?
कितना आएगा बिजली बिल?
यदि आप खाना बनाने के लिए रोजाना इंडक्शन स्टोव का इस्तेमाल करते हैं, हर दिन करीब 10 यूनिट बिजली खपत होगा। इस लिहाज से एक महीने में 300 यूनिट बिजली की खपत होगी, जिसके लिए आपको करीब 2000 रुपये का बिजली बिल भरना होगा।
सोलर से होगा फायदा
लेकिन, वहीं यदि आप इंडक्शन स्टोव को चलाने के लिए सोलर सिस्टम (Solar System) का इस्तेमाल करते हैं, तो आपका बिजली बिल (Electricity Bill ~ 0) जीरो हो जाएगा और आपको हर महीने आने वाले खर्च से काफी राहत मिलेगी।
कितने वाट के सोलर सिस्टम की पड़ेगी जरूरत?
यदि आप इंडक्शन चलाने और घर की अन्य बेसिक जरूरतों को पूरा करने के लिए सोलर सिस्टम खरीदना चाहते हैं, तो आप 5 किलोवाट के सोलर सिस्टम को खरीद सकते हैं। इससे आपकी बिजली बिल जीरो हो जाएगी।
- घर के उपकरण जैसे कि AC, Water Pump, Geyser, Iron Press, Light, Dish Wahser, Fans, इत्यादि चलेगा।
- महीने की बिजली बिल लगभग 4-5 हज़ार तक कम हो जायेगा।
कितना आएगा खर्च?
5 किलोवाट के सोलर सिस्टम को खरीदने के लिए आपको करीब 5 लाख 25 हजार रुपये रुपये तक खर्च करने होंगे।
लोगों में होती है झिझक
हर महीने करीब 5 हजार रुपये के बिजली बिजली को बचाने के लिए, एक ही बार में 5 लाख का निवेश करने को लेकर, लोगों के मन में कई तरह की आशंकाएं होती हैं। लेकिन यदि कोई एक बार इतना निवेश कर दें, तो यह लागत तो कुछ ही वर्षों में वसूल हो जाएगी और उन्हें आगे सालों साल तक मुफ्त और निर्बाध बिजली मिलती रहेगी।
बता दें कि आज जितने भी लोग खाना बनाने के लिए गैस कनेक्शन का इस्तेमाल करते हैं, वे इसके लिए एक वैकल्पिक साधन का इंतजाम जरूरत करते हैं। ताकि अचानक गैस खत्म हो जाने की स्थिति में उन्हें ज्यादा परेशानियों का सामना नहीं करना पड़े। ऐसे में सोलर सिस्टम उनके लिए सबसे बेहतर विकल्प है।
क्या हैं अन्य चुनौतियां?
सोलर सिस्टम मुख्य रूप से दो तरह के होते हैं -
- Off Grid Solar System
- On Grid Solar System
बता दें कि ऑफ ग्रिड सोलर सिस्टम वैसे जगहों के लिए, जहाँ बिजली बिल्कुल है ही नहीं या इसमें भारी कटौती होती है। लेकिन इसके साथ चुनौती यह है कि इस पर आप इन्वर्टर से ज्यादा लोड दे नहीं सकते हैं। यदि आप ऐसा करते हैं, तो ओवर लोडिंग की काफी दिक्कत आती है।
वहीं, ऑन ग्रिड सोलर सिस्टम के साथ यह दिक्कत है कि देश के सभी हिस्सों में बिजली की पहुंच नहीं है, इस वजह से इसका इस्तेमाल नहीं कर सकते हैं।
बता दें कि आप अपने ऑन ग्रिड सोलर सिस्टम का चयन, हमेशा अपने बिजली बिल को ध्यान में रखते हुए करें। इससे आपको हर महीने आने वाले हजारों के बिजली बिल से काफी राहत मिलेगी।
निष्कर्ष
यदि आपके मन में सोलर सिस्टम को अपनाने को लेकर कोई सवाल है या आप इसे अपने घर में लगाना चाहते हैं, तो अभी हमसे संपर्क करें। हमारे विशेषज्ञ आपकी मदद के लिए हमेशा तैयार रहते हैं।