अपने घर पर सोलर पॉवर सिस्टम कैसे इनस्टॉल करें? मेरे पास पुराना इन्वर्टर बैटरी है सोलर पैनल से कैसे बैटरी को चार्ज करें? क्या सोलर से दिन के समय घर के पंखे, लाइट्स, मोबाइल और लैपटॉप चार्ज कर सकते है? सोलर पैनल लगाने के लिए कौन-से पैनल स्टैंड लगाना सही होगा? सोलर पैनल लगाते समय कौन से स्टेप्स पहले शुरू करना चाहिए? यदि आप जानना चाहते है तो यह आर्टिकल आपके लिए बहुत ही जरुरी साबित हो सकता है| क्यूंकि आज आप यहाँ पुराने इन्वेर्टर बैटरी को सौर पैनल से जोड़ने से लेकर हम आपको सोलर पैनल को किस प्रकार स्थापित किया जाता है, स्टेपवाइज बताएंगे|
अतः इस आर्टिकल में, हम यह प्रयास करेंगे कि सोलर पैनल को स्थापित करने से जुडी छोटी से छोटी जानकारी को भी आप तक पंहुचा सकें, जो कि आपको भविष्य में मदद प्रदान कर सके| तो अब समझते हैं सोलर पैनल के स्थापन की प्रक्रिया को...
सोलर पैनल को इंस्टॉल कैसे किया जाता है?
बता दें कि यदि आप बिजली के मामले में आत्मनिर्भर बनने के लिए अपने घर में सोलर लगाना चाहते हैं, तो इसके लिए आपको साईट सर्वे यानी Sun Direction, रूफटॉप का मेज़रमेंट, LT पैनल से रूफटॉप की ऊंचाई, सोलर वायरिंग, सोलर को सावधानी से छत पर पहुँचाने की व्यवस्था, सोलर पैनल की लम्बाई और चौड़ाई का माप, Marking /Drilling on Wall, सोलर पैनल को पैनल स्टैंड पर फिट करना, DC Wiring को MC4 Connector के साथ कनेक्ट करना, इन्वर्टर बैटरी को चार्ज कंट्रोलर से कनेक्ट करना, Home Load Connection को चेक करना और फाइनल टेस्टिंग आदि जैसे प्रक्रियाओं से गुजरना होगा।
Step 1. साईट सर्वे (Site Survey)
सबसे पहले जिस एरिया में आपको सोलर सलूशन का उपयोग करना है उसका निरिक्षण करना पड़ेगा कि यह स्थान उचित एवं पर्याप्त है, इसमें आपको Sun Direction, रूफटॉप का मेज़रमेंट, LT पैनल से रूफटॉप की ऊंचाई इत्यादि का विशेष रूप से ध्यान रखना होगा|
Step 2. सोलर वायरिंग (Solar Wiring)
एरिया का निरिक्षण एवं चयन करने के पश्चात आपको सोलर सलूशन लगाने के लिए घर में सोलर सलूशन के अनुकूल सोलर वायरिंग करनी पड़ेगी, तो आपका यहाँ ये जानना बेहद आवश्यक है कि किस स्थान पे किस प्रकार के तारों का इस्तेमाल किया जाता है, जिसके पश्चात ही आप सोलर सलूशन से बेहतर आउटपुट पा सकते हैं|
Step 3. सोलर पैनल छत पर ले जाना (Roofing the Solar Panel)
सबसे पहले आपको सोलर पैनल को छत पे पहुंचना पड़ेगा| सोलर पैनल कांच से बना प्रोडक्ट है इसीलिए टूटने से बचाने के लिए काफी सावधानीपूर्वक ले जाना होगा| इसको ध्यान में रखते हुए जब भी आप सोलर पैनल छत पे ले जाये तो कम से कम दो व्यक्तियों के द्वारा ही ले जाएँ|
Step 4. सूर्य की डायरेक्शन चेक करना (Check Sun Direction)
सोलर पैनल के एक अच्छे आउटपुट के लिए सही स्थान का चुनाव अति आवश्यक है, तो जहाँ भी आपको सोलर पैनल को स्थापित करना है, उस जगह का अच्छे से निरिक्षण करें कि वो स्थान छाया मुक्त होना चाहिए, धूप का प्रचुर मात्रा में मिलना इत्यादि|
Step 5. सोलर पैनल की नाप लेना (Measurement of Solar Panel)
इसके पश्चात अब आप दीवार, जिस पर पैनल को स्थापित करना है, एवं पैनल की लम्बाई एवं चौड़ाई का माप लेना होगा| इसके बाद कुछ चीजों जैसे छाया, पाइप और सीढ़ी की जगह इत्यादि का ख्याल रखते हुए दीवार पर मार्किंग करनी होगी|
Step 6. दिवार पर निशान बनाकर होल करना (Marking /Drilling on Wall)
दीवार पर मार्किंग के पश्चात आपको ड्रिल बिट पर भी एक गहराई की माप के अनुसार निशान लगाना होगा, जो कि आपको सही होल करने में सहायता प्रदान करेगा, एवं निशान लगे हुए जगह पर ड्रिल मशीन की सहायता से एक एक करके होल करना होगा, होल करने में आपको इस बात का विशेष ध्यान देना होगा कि होल सही हों इसीलिए इसके लिए ड्रिल बिट एवं होल का Depth एवं Diameters भी चेक करते रहें, नहीं तो फास्टनर अच्छी तरह मजबूती से नहीं लगेगा एवं पैनल के गिरकर क्षतिग्रस्त होने की स्थिति बनी रहेगी| इसलिए हथौड़े की मदद से भी फास्टनर को अंदर की तरफ ठोंक भी दें, साथ ही साथ बोल्ट को तेजी से घुमा कर भी देंखें, एवं दूसरे होल का मांप स्टैंड के अनुसार लें, एवं इस होल के लिए सभी Steps को Repeat करें|
Step 8: Wall Mounted Panel Stand इनस्टॉल करना
होल में फास्टनर के लगने के उपरांत अब आपको Wall Mounted Panel Stand को दीवार में Key की सहायता से दो दो Nuts के द्वारा Fix करना पड़ेगा, पैनल स्टैंड fix करने के लिए आप इस पैनल स्टैंड को अच्छे से जाँच करें| एवं होल के ऊपर के हिस्सों को wall पुट्ठी की सहायता से भर दें| एवं इसको दो से चार घंटों के लिए छोड़ दें| इसके बाद तीनो स्टेप्स को बाके के होल्स के लिए भी रिपीट करें, इसके पश्चात दोनों साइड के फास्टनर से एक एक कर के नट्स को खोले एवं पैनल को फिक्स कर के उसके सभी पार्ट्स को अच्छे से टाइट करें इस पैनल की कुछ खास बातें हैं, जो कि आपके लिए काफी फायदेमंद हैं:
- ये पैनल स्टैंड अन्य पैनल स्टैंड की तुलना में बहुत ही हल्का है|
- इस स्टैंड में आपको किसी भी प्रकार के Civil Work की आवस्य्क्ता नहीं है|
- यह स्टैंड छोटा एवं हल्का होने के कारण बहुत अधिक Rooftop Space नहीं घेरता, जिससे की आप बड़ी ही आसानी से इसका उपयोग कर सकते हैं|
- सोलर पैनल लगने के बाद आप स्टैंड के नीचे की जगह को किसी अन्य उपयोग में भी ले सकते हैं|
साथ ही एक अच्छे आउटपुट के लिए इस पैनल की कुछ लिमिटेशंस भी हैं, जिनका आपको बेहद ख्याल रखना चाहिए, जैसे कि:
- दीवार दक्षिण दिशा में होना चाहिए, जिससे कि पैनल को अधिक से अधिक समय तक सूर्य कि सीधी किरणों के द्वारा ऊर्जा प्राप्त होगी, जिससे अधिकतम बिजली का उत्पादन हो सकेगा|
इसके साथ ही स्टैंड के सभी नट बोल्ट्स को अच्छे से टाइट कर देंगे|
Step 8. सोलर पैनल को पैनल स्टैंड पर फिट करना (Mount Solar Panel)
स्टैंड के फिक्स हो जाने के पश्चात, सोलर पैनल को बेहद सावधानी से उठाकर स्टैंड के ऊपर रखेंगें एवं स्टैंड और पैनल के होल्स को Match करेंगे| सबसे पहले पैनल को एक से दो Nut Bolts की सहायता से पैनल को स्टैंड पर टाइट कर देंगे एवं इसके बाद एक एक कर के सभी Nut Bolts के द्वारा पैनल को स्टैंड पर मजबूती से टाइट कर देंगे| सारे Nut Bolts टाइट होने के बाद एक बार अंत में सभी Nut Bolts को चेक कर लेंगे कि सभी सही तरह से तो टाइट हैं| इस कार्य में भी कम से कम दो व्यक्तियों की जरुरत होगी|
Step 9. DC Wiring को MC4 Connector के साथ कनेक्ट करना (Connect DC Wire with MC4 Connector)
सोलर पैनल के फिक्स हो जाने बाद, अब आपको सोलर पैनल का कनेक्शन करना होगा, इसके लिए आपको 6MM की DC Wire, जो की एक अच्छी लम्बाई में होनी चाहिए जिससे कि यदि भविष्य में पैनल को बढ़ाना हो तो वायर को ना बदलना पड़े| इसमें MC4 कनेक्टर का प्रयोग करके सोलर पैनल को इन्वेर्टर बैटरी से जोड़ना होगा| सबसे पहले आपको DC Wire के एक सिरे का प्लास्टिक कवर को हटाना होगा, निकले हुए मेटल Wire को MC4 कनेक्टर के अंदर डालना होगा| इसके पश्चात आप एक प्लास की सहायता से Wire एवं पिन को टाइट करें| इसके बाद MC4 कनेक्टर के साथ इसको क्लिप करें| इसी स्टेप को दूसरे तार के लिए भी दोहराएं| अभी सोलर Outgoing Wire उपयोग के लिए तैयार है|
Step 10. पुराने इन्वर्टर बैटरी को चार्ज कंट्रोलर से कनेक्ट करना (Connection Charge Controller with Old Inverter Battery)
अब मेरे पास इन्वर्टर और बैटरी 12V के है और सोलर पैनल 24V के है, इसीलिए मेरे पास चार्ज कंट्रोलर 12V/24V दोनो सपोर्ट करने वाला है| अब आपको बैटरी को Wires को समानान्तर जोड़ेंगे, जैसे Negative को Negative के साथ एवं Positive का Positive Wire के साथ और बैटरी के Wire को इन्वर्टर के साथ कनेक्शन करेगे| अब आपको इसके बाद चार्ज कंट्रोलर के सोलर Wire के साथ कनेक्ट करेंगे, इसके पश्चात इन्वर्टर को Input को चार्ज कंट्रोलर के आउटपुट में कनेक्ट करेगे| अब चार्ज कंट्रोलर के Input को घर के पावर सर्किट में डालेंगे| इसके बाद आपको घर के इन्वर्टर Wire को, जिसका उपयोग किया जा चुका है, इन्वर्टर के आउटपुट में डालेंगे|
Step 11. होम लोड का कनेक्शन (Home Load Connection)
ये कनेक्शन हो जाने के बाद आपको घर के पावर सर्किट को उस पॉइंट से Open करना होगा एवं उसको इन्वर्टर Wire के साथ जोड़ना होगा| जिससे कि बिजली जाने पे लाइट जल जाये| जैसे कि आप घर के हाल में इसका कनेक्शन पंखे, लाइट्स, पावर सर्किट (मोबाइल और लैपटॉप चार्जिंग के लिए) इत्यादि के साथ कर सकते हैं| जैसे-जैसे आप बैटरी का साइज बढ़ाते जायेंगे, आप घर के प्रत्येक कमरे में इसका कनेक्शन दें सकते हैं| फिलहाल आपको यहाँ बताना चाहेंगे कि यह एक छोटे अंतराल, जैसे कि 10 मिनिट के लिए बिजली का जाना, के लिए ही सफल तरीका है|
Step 12. फाइनल टेस्टिंग (Final Testing)
सारे कनेक्शंस होने के बाद जब आप इन्वर्टर को स्टार्ट करेंगे तो कनेक्शन किये हुए उपकरण चलने लगेंगे| यहाँ आपको एक बात और भी ध्यान रखनी है कि घर का मेन MCB गिरा कर चेक करें|
Step 13. छत की सफाई (Rooftop Cleaning)
सब कुछ होने के पश्चात, उपयोग किये हुए स्थान, छत एवं इन्वर्टर बैटरी के लिए उपयोग किया हुआ एरिया, को अच्छे से साफ़ कर देंग जिससे कि सोलर सलूशन देखने में भी अच्छा दिखाई दे|
निष्कर्ष
घर पर सोलर लगाना इस आर्टिकल इंस्टालेशन गाइड पढ़ने के बाद आप भी सोलर इनस्टॉल कर सकते है| सोलर पैनल के साथ इन्वर्टर बैटरी इनस्कीटॉल करने की जानकरी होना भी होना चाहिए|
2 comments
Sikandar
Nice explaining
Suman kumar chourasiya
Nice hme or notes chahia me apko 5 🌟🌟🌟🌟🌟 deta hu