बीते दो वर्षों से कोरोना वैश्विक महामारी (COVID-19) के कारण जिंदगियां सहमीं हुई थीं। भारत में इस महामारी के कारण मार्च 2020 में लॉकडाउन (Lockdown) लगा दिया गया था, जो करीब दो वर्षों तक लगातार चलता रहा।
लेकिन, अब धीरे-धीरे स्थिति सामान्य हो रही है और इस बाजार मार्च-अप्रैल के महीने में भी बाजार खुला हुआ है, जिससे लोगों का आत्मविश्वास जाग गया है।
बता दें कि लॉकडाउन के कारण, हर तरफ अनिश्चितता का माहौल था और वे सिर्फ ऐसी चीजें ही खरीद रहे थे, जो उनके लिए सबसे अधिक अनिवार्य थी। लेकिन अब जैसे-जैसे सबकुछ सामान्य हो रहा है, उन्होंने घरों से बाहर निकलना शुरू कर दिया है और दूसरे चीजों में भी अपना निवेश बढ़ा रहे हैं।
इसी बीच, भारत में दो सेक्टर में सबसे ज्यादा ग्रोथ (Growing Sectors in India) देखा जा रहा है, जिसमें कि लोगों ने निवेश करने की इच्छा जताई है।
Real Estate में आया भारी उछाल
2020 की आर्थिक मंदी के बाद, रियल एस्टेट सेक्टर (Real Estate) में भारी उछाल देखने को मिल रहा है और माना जा रहा है कि इस साल भारतीय रियल एस्टेट की माँग बनी रहेगी। इस सेक्टर में ग्रोथ को इस लिहाज से भी समझा जा सकता है कि दिल्ली-एनसीआर में कोरोना महामारी की दूसरी लहर के लिए 54 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई थी। लेकिन इस साल जनवरी और मार्च के दौरान यहां करीब 300 फीसदी का ग्रोथ देखा गया है।
बता दें कि इस सेक्टर में विदेशी निवेश, 2017 से 2021 के बीच, 23.9 अरब डॉलर तक पहुँच गया, जो कि इससे बीते 5 वर्षों की तुलना में तीन गुना ज्यादा है। दुनिया भर में मशहूर रियल एस्टेट कंपनी कोलियर्स और इंडस्ट्री बॉडी फेडरेशन ऑफ इंडियन चैंबर्स ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री की एक रिपोर्ट के अनुसार 2016 में रियल एस्टेट सेक्टर में हुए कानूनी सुधारों के बाद, विदेशी निवेशकों का आत्मविश्वास बढ़ गया और उन्होंने भारतीय बाजार में गहरी रूचि दिखानी शुरू कर दी।
वहीं, भारत में रियल एस्टेट मार्केट फिलहाल 200 अरब डॉलर के करीब है और उम्मीद है कि 2030 तक यह 1000 अरब डॉलर आंकड़े तक आसानी से पहुँच जाएगा।
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Electric Vehicles मार्केट भी नहीं है पीछे
डीजल और पेट्रोल की आसमान छूती कीमतों के कारण लोगों का रूझान इलेक्ट्रिक वाहनों (Electric Vechiles) की ओर तेजी से बढ़ा हा। ऑटोमोबाइल डीलरों के संगठन फाडा (FADA) की एक रिपोर्ट के अनुसार, 2021-22 के दौरान भारत में 4,29,217 यूनिट इलेक्ट्रिक वाहनों की बिक्री हुई है, जबकि इससे पिछले साल सिर्फ 1,34,821 यूनिट ही बिके थे। इस तरह, वार्षिक आधार पर इस सेक्टर में 218 फीसदी की ग्रोथ देखी गई है।
Company | FY 2022 Sales | FY 2021 Sales |
Hero Electric | 65,303 | 14,771 |
Okinawa | 46,447 | 6,972 |
Ampere | 24,648 | 5,903 |
Ather | 19,971 | 4,401 |
Purev | 14,862 | 2,079 |
Ola | 14,371 | - |
TVS | 9,458 | 837 |
Revolt | 7,623 | 1,793 |
Benling | 7,084 | 1,108 |
Bajaj | 7,012 | 1,470 |
Others | 14,559 | 1,712 |
Total | 2,31,338 | 41,046 |
Source: Federation of Automobile Dealers Associations of India (FADA)
Solar System अपनाने से मिलेगी आत्मनिर्भरता
उपर्युक्त आंकड़ों से तो साफ है कि लोग के बीच से कोरोना महामारी को लेकर व्याप्त डर अब धीरे-धीरे खत्म हो रहा है और वे बड़ी चीजों में निवेश करने के लिए आगे बढ़ रहे हैं।
हालांकि, बात चाहे रियल एस्टेट सेक्टर की हो या इलेक्ट्रिक व्हीकल मार्केट की, लोगों को एक पावर बैकअप सॉल्यूशन (Power Backup Solution) की जरूरत हमेशा पड़ेगी।
आज यदि कोई अपार्टमेंट (Apartment) या विला (Villas) खरीदते हैं, तो उन्हें महीने का 15 से 20 हजार का बिजली बिल (Electricity Bill) आना कोई बड़ी बात नहीं। वहीं, लोगों को अपने इलेक्ट्रिक वाहनों को भी चार्ज करने के लिए हर महीने हजारों खर्च करने पड़ते हैं।
लेकिन, अपने घर सोलर सिस्टम (Solar System for Home) को अपनाने से उन्हें बिजली के मामले में आत्मनिर्भता मिल सकती है और वे हर महीने आने वाले भारी खर्च से बच सकते हैं।
यदि कोई सोलर सिस्टम अपनाने की इच्छा रखते हैं, तो उन्हें अपनी जरूरतों को समझने के लिए एक एक्सपर्ट गाइड की जरूरत पड़ेगी और वैसे लोगों की मदद के लिए देश की अग्रणी सोलर कंपनी ‘लूम सोलर’ हमेशा सबसे आगे है।