क्या आप भी अपने घर के लिए एक अच्छा सोलर सिस्टम ढूंढ रहे हैं? जिससे आप टीवी, पंखा, लाइट आदि उपकरण चला सकें। तो आज इस आर्टिकल में हम आपको बताने वाले सोलर सिस्टम से जुड़ी सभी जरूरी जानकारियां। सोलर सिस्टम क्या होता है? कैसे काम करता है? क्यों आवश्यक है? वह अन्य सभी सवालों के जवाब पाने के लिए आर्टिकल को अंत तक अवश्य पढ़ें।
सबसे पहले जान लेते हैं कि सोलर सिस्टम होता है।
क्या है सोलर सिस्टम?
सोलर सिस्टम एक ऐसा उपकरण है जो सौर ऊर्जा पर काम करता है। यह सूर्य से आने वाली किरणों को समेटता है और उनका इस्तेमाल कर बिजली उत्पन्न करता है। जिसका इस्तेमाल हम अपने घर, मकान, दुकान के उपकरणों को चलाने में आसानी से कर पाते हैं।
कैसे बनता है?
एक सोलर सिस्टम को बनाने में सोलर पैनल, चार्ज कंट्रोलर, सोलर इनवर्टर व बैटरी, और कनेक्टिंग वायर की आवश्यकता पड़ती है।
कैसे काम करता है?
सोलर सिस्टम का काम बड़ा ही सरल है। सोलर सिस्टम में लगे सोलर पैनल पर जब सूर्य की किरणें पड़ती है तो वह सोलर पैनल किरणों को इकट्ठा कर उनसे बिजली उत्पन्न करता है। उत्पन्न हुई बिजली सोलर बैटरी में इकट्ठा होती हैं। जिसका इस्तेमाल घर के उपकरण जैसे पंखा, टीवी, लाइट इत्यादि को चलाने में किया जाता है।
कैसे अलग है?
सोलर सिस्टम लगवाने के बाद आपको सरकारी बिजली पर निर्भर नहीं रहना पड़ता है। आप केवल मात्र सोलर सिस्टम की मदद से सोर ऊर्जा का इस्तेमाल कर अपने घर का पूरा लोड चला सकते हैं।
आवश्यक क्यों है?
ग्रामीण इलाकों में बिजली की समस्या से हम सभी अच्छी तरह वाकिफ हैं। बेवक्त बिजली का जाना और लंबे समय तक नहीं आना, अकसर लोगों की परेशानियां बढ़ाता है। रात में बिजली ना आने के कारण घर में अंधेरा हो जाता है और बच्चों को भी पढ़ाई में दिक्कतें आती है साथ ही बिजली से होने वाले अन्य जरूरी काम भी रुक जाते हैं। इतनी समस्या के बावजूद भी बिजली बिल खर्चा कम नहीं आता। ऐसे में सोलर सिस्टम लगवाना एकमात्र उपाय बचता है।
इसके क्या फायदे हैं?
- सरकारी बिजली पर निर्भरता नहीं
- परिचालन लागत का कम होना सौर ऊर्जा से चलने वाले कृषि पंप मुफ्त उपलब्ध सूर्य के प्रकाश का इस्तेमाल करता है।
- आसान और विश्वसनीय
- पर्यावरण के अनुकूल
- आर्थिक रूप से लाभकारी
- पर्याप्त उत्पादकता
- स्थापना और स्थानांतरण आसान।
सोलर सिस्टम के प्रकार
सोलर सिस्टम तीन प्रकार के होते हैं-
- ऑन ग्रिड सोलर सिस्टम
- ऑफ ग्रिड सोलर सिस्टम
- हाइब्रिड सोलर सिस्टम
इसकी कितनी कीमत है?
वर्तमान मार्केट में कम कीमत से लेकर अधिक कीमत हर बजट रेंज में सोलर सिस्टम मौजूद है। जो घर का सारा लोड जैसे कि लाइट, पंखा और अन्य उपकरणों को आसानी से चला सकता है।
यदि आपके घर का लोड 800 वाट है। तो आपके लिए 1KW का सोलर सिस्टम लगाना उपयुक्त रहेगा। जिसको लगाने के लिए 100 sq. ft जगह की आवश्यकता पड़ती है।
एक सोलर सिस्टम में बैटरी, इनवर्टर, चार्ज कंट्रोलर, कनेक्टिंग वायर का भी इस्तेमाल होता है। जिसके कारण भारतीय सोलर बाजारों में 1KW सोलर सिस्टम की औसत कीमत 60,000 से लेकर 80,000 रुपए है।
भारत में इसके मैन्युफैक्चरर्स कौन-कौन है?
भारत में कई कंपनियां सोलर सिस्टम मैन्युफैक्चरर करती हैं जिसमें से कुछ खास कंपनियों के नाम नीचे दिए गए हैं-
- लूम सोलर
जब कभी भी आप अपने घर में सोलर सिस्टम लगवाने जा रहे हो तो इन बातों का रखें खास ख्याल-
- घर में कितने वाट बिजली क्षमता की जरूरत है।
- सोलर पैनल की कुल वाट क्षमता का आधा AH भाग बैटरी होनी चाहिए। जैसे 100 वाट सोलर पैनल पर 50 Ah की बैटरी होनी चाहिए।
- DC उपयोग के लिए सोलर चार्ज कंट्रोलर और AC उपयोग के लिए सोलर इन्वर्टर की आवश्यकता होगी।
- सोलर सिस्टम हमेशा किसी विश्वसनीय कंपनी से ही खरीदें
आजकल आप सोलर सिस्टम ऑनलाइन भी खरीद सकते हैं। LOOM SOLAR जैसी कंपनियां सोलर इंस्टॉलेशन की सुविधा भी देती है।