जम्मू कश्मीर के रियासी जिले में हाल ही में भारतीय भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण (GSI) को लिथियम का एक बड़ा भंडार (Lithium Reserve In India) मिला है। बताया जा रहा है कि यह भंडार करीब 5.9 मिलियन टन का है और इसकी कीमत करीब 34 हजार अरब रुपये है।
क्यों है महत्वपूर्ण
भारत में लिथियम का भंडार पहली बार मिला है और यह दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा लिथियम भंडार है। इस भंडार के मिलने से भारत लिथियम के मामले में बिल्कुल आत्मनिर्भर हो जाएगा और इससे Electric Vehicle, Mobile, Laptop से लेकर घरेलू इस्तेमाल के Rechargeable Battery को बनाने और उसे पूरी दुनिया में निर्यात करने में भारत सरकार को काफी मदद मिलेगी।
बता दें कि मौजूदा समय में, इसके 50 प्रतिशत से भी अधिक भंडार अर्जेंटीना, बोलीविया और चिली जैसे देशों में हैं।
क्या हैं फायदे?
बता दें कि Lithium Ion Battery में एक नॉर्मल लीड एसिड के मुकाबले ऊर्जा का घनत्व अधिक होता है और इसमें Energy को स्टोर करने के लिए कम जगह की जरूरत पड़ती है। साथ ही, लीड एसिड बैटरी की तरह इसमें आपको कोई भी मेंटेनेंस की जरूरत नहीं होती है यानी एक बार इसे खरीद लेने के बाद, आप हमेशा के लिए टेंशन फ्री हो जाते हैं।
लूम सोलर है अग्रणी
बता दें कि भारतीय बाजार में Lithium Ion Battery को उतारने का श्रेय लूम सोलर को ही जाता है। हम मौजूदा समय में, IOT जैसी अत्याधुनिक तकनीकों से लैस देश के सबसे पावरफुल लिथियम ऑयन बैटरी को बनाने के लिए जाने जाते हैं। हमारी लिथियम ऑयन बैटरी 4 लीड एसिड बैटरी के बराबर अकेले होती है और इसका डिजाइन भी काफी Compact होता है। इसकी मदद से आप अपने घर में AC, Water Pump जैसी कई भारी मशीनों को भी आसानी से चला सकते हैं।