बीड महाराष्ट्र: बीड (Beed) एक ऐसा इलाका है जहाँ आज भी लोगों को पानी की किल्लत का सामना करना पड़ता है और पानी के लिए 3-5 किलोमीटर दूर जाना पड़ता है. बीड जिला रायगढ़ से 250 किलो मीटर दूर पर है. यहाँ के Ashti तहशील के निवाशी ने पॉवर कट और हाई इलेक्ट्रिसिटी बिल की समस्या को दूर करने के लिए सोलर पैनल का चयन किया। यहाँ हम पूरी जानकरी जानेगे के लिए कि कैसे, क्यों और कौन यह इस समस्या का समाधान दिए हैं। यहां अन्य राज्यों के मुकाबले बिजली की दरें भी ज्यादा महंगी हैं।
यहाँ सोलर लगाने की जरुरत क्या थी?
सोलर पैनल लगाने के यहाँ 3 मुख्य कारण थे – यहाँ बिजली पॉवर कट की समस्या, बिजली होते हुए भी बिजली ना होना, क्योकि लो वोल्टेज की समस्या है. इसी के साथ इस घर के होम ओनर अपना बिजली का बिल भी कम करना चाहते थे. इस घर के साथ दो दुकान है जो एक किराना स्टोर और दूसरा मेडिकल स्टोर है। इलेक्ट्रिसिटी ना होने के करना आइस क्रीम पिघल जाती था जिसके कारन बिज़नेस में नुकशान होता था |
सोलर पैनल का चुनाव कैसे किया गया ?
इस घर के मालिक मिस्टर मिलिंद जी ऑनलाइन सोलर पैनल सर्च कर रहे थे । तो उन्होंने लूम सोलर वेबसाइट से जानकरी ले कर अपने नजदीकी डिस्ट्रीब्यूटर को सम्पर्क किया । लूम सोलर डिस्ट्रीब्यूटर इनके घर से लगभग 250 किलो मीटर दूर से उनके घर गये और उनकी जरुरत को समझा . उसके अनुसार उन्होंने 3 किलो वाट हाइब्रिड सोलर सिस्टम लगाने की सलाह दी ।
लूम सोलर पैनल का चयन कैसे किया ?
श्री मिलिंद खिलारे जी का कहना है कि हमें ऐसा सोलर पैनल चाहिए जो बारिश में जून, जुलाई और अगस्त के समय में बिजली बनाते रहें. इस लिए उन्होंने मोनो पर्क सोलर पैनल (Mono PERC) का सिलेक्शन किया। इसी के साथ हाइब्रिड इन्वर्टर (Hybrid Inverter) जो चार बैटरी के साथ चल रहा है उसे भी चुना।
किसने किया है इस सोलर पैनल का इंस्टालेशन?
इस सोलर पैनल का इंस्टालेशन लूम सोलर पार्टनर के द्वारा दो दिन में किया गया है । पहले दिन प्रॉपर इंस्टालेशन जिसमे 9 सोलर पैनल, मौन्टिंग स्ट्रक्चर, लाइटिंग अर्रेस्टर, इन्वर्टर, बैटरी, और DCDB का इंस्टालेशन किया गया. लो वोल्टेज की प्रॉब्लम (Low Voltage) दूर करने के लिए वोल्टेज प्रोटेक्शन डिवाइस लगाया है जो लो वोल्टेज और हाई वोल्टेज को मैनेज करके रखता है।
इस सोलर सिस्टम की अधिक जानकारी के लिए लूम सोलर डिस्ट्रीब्यूटर मिस्टर जयेश पाटिल (इनफिनिटी इंटरप्राइजेज) से सम्पर्क कर सकते है । यदि आप भी इस प्रकार की समस्या से परेशान है आप भी सोलर सिस्टम के बारें में सोच सकते है।